Tuesday 19 January 2016

एसिड अटैक से बरबाद होती मासूम जिन्दगिया चाहती है इंसाफ

आज मैं बहुत संगीन मसले पे ये ब्लॉग लिख रहा हु मुझे पता है के कोई भी सरकार इसकी जानकारी से अनभिज्ञ नही है मगर फिर भी किसी के दुआरा कोई ठोस कदम अभी तक नही उठाया गया वो मुद्दा है जलन,ईर्षा और पागलपन में एक भगवान की बनाई सुन्दर आकृति को नुक्सान पहुचाने का ये कुछ ही सालो में बड़ा अपराध है जो रुकने का नाम नही ले रहा। ये गहन मुद्दा एसिड अटैक का है जहा सिरफिरे लोग दुसरे के ऊपर एसिड फेक कर उसकी जिंदगी तभा कर देते है और ये एसिड उसकी त्वचा पे गिरते ही उसकी खाल को बुरी तरह जला देता है और मज़े की बात ये है के ये खतरनाक एसिड खुले आम दुकानो पे बेका जा रहा है जिसपे ना तो कोई सरकार विचार कर रही है ना इंसान खुद। 2014 तक का अगर आकड़ा देखा जाये तो लगभग 300 से ज्यादा जिंदगिया अभी तक इस एसिड से बरबाद हो चुकी है । 
Source: Ministry of Home Affairs Get the data

इस हत्यार को लोगो ने पारिवारिक लड़ाइयो में, ईर्षा में , प्यार के पागलपन में और बहुत जगह इस्तेमाल कर रहे है। इस अटैक के बाद सबसे ज्यादा जिंदगिया महिलाओ की ख़राब हुई है और ये भी देखा गया है कुछ सिरफिरे इसका इस्तेमाल प्यार में हारने के बाद करते है और उस लड़की की जिंदगी को पूरी तरह बरबाद करने से परहेज नही करते ऐसे सनकी और सिरफिरों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए जिसमे उनको भी लड़की के दुआरा सहन किये हुए दर्द का अनुभव हो। इसमें उम्र कैद का भी प्रावधान लाना चाहिए, और सरकार को इस मुद्दे पे कड़े कानून का बिल सदन में पेश करना चाहिए। इसमें कई ऐसी लडकिया भी है जिन्होंने इस हादसे के बाद भी अपने हौसले को नही खोया और अपने हुनर और मेहनत से अपनी जिंदगी की गाडी को आगे बढ़ाया है और इस एसिड अटैक के विरोध में कई संगठन बने है जो इस अटैक में बरबाद हुई जिंदगी को सवारने का दाइत्व उठाया है और उनको जीने के लिए होसला दिया है। उनको नयी नयी तकनीकी सीखा कर उन्हें हुनरमंद बनाया जा रहा है और संगठनो ने उनकी जिंदगी को सवारने के लिए हर पुरजोर कोशिश की जा रही है मगर मैं सरकार से अनुरोध करता हु के इसमें कड़े से कड़े कानून का प्रावधान अमल में लाया जाये। जिंदगी अनमोल होती है उसे एसिड से बरबाद ना करे। एसिड को दुकानो पे सेल होने से रोकना चाहिए और इसके लिए एक ऐसी स्कीम बननी चाहिए जिससे एसिड खुले आम बिकने से रोका जा सके लोग एसिड सफाई के लिए इस्तेमाल में लाते है उसके और भी बहुत अल्टरनेटिव है जिन्हे इस्तेमाल में लिया जा सकता है सरकार को ऐसे प्रोडक्ट अमल में लाने चाहिए जिसे किसी जिंदगी को बरबाद न कर सके कोई और एसिड को पूर्ण रूप से बंद कर देना चाहिए और सिर्फ उन्ही को देना चाहिए जिनके पास इसका लिसेन्स हो आम आदमी के लिए इसका प्रयोग बिलकुल बंद होना चाहिए। 


Thursday 7 January 2016

मालदा में हिन्दुओ के साथ हो रहे अत्याचार पे क्यों मौन है मीडिया

भाजपा ने पश्चिम बंगाल के मालदा में हुई हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा ने आरोप लगाया कि आरोपी टीएमसी के संरक्षण में हिंसा में लिप्त हैं।

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि मालदा में सांप्रदायिक उप्रदव हो रहा है। पुलिस स्टेशन जला दिए गए हैं, मासूमों को निशाना बनाया जा रहा है और वहां अशांति है।

नकवी ने आरोप लगाया कि जो लोग यह कर रहे हैं, वे पश्चिम बंगाल सरकार के संरक्षण के तहत ऐसा कर रहे हैं। सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। एक दक्षिणपंथी हिंदुत्व नेता की कथित ईशनिंदात्मक टिप्पणी के खिलाफ जिले में प्रदर्शन कर रही एक भीड़ हाल ही में हिंसा पर उतारू हो गयी थी।

नकवी ने कहा कि यह ‘काफी गंभीर’ मुद्दा है क्योंकि हिंसा कई घंटों तक जारी रही।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उनके खिलाफ नरम थी। उन्होंने कहा, ‘जो लोग नियंत्रण से बाहर हो गए हैं और सांप्रदायिक हिंसा भड़का रहे हैं। उनके साथ सख्ती से निपटा जाना चाहिए ताकि सुरक्षा की भावना बहाल हो सके।’

मालदा में हो रही हिंसा को मीडिया दिखा नही रही है क्युकी इसमें मरने वाले लोग हिन्दू है और मारने वाले विशेष धर्म के बताये जा रहे है । इस हिंसा में सरकार और पुलिस भीड़ पर काबू करने में असफल है जिसके परिणामस्वरूप वहा लोगो को और सरकारी ट्रांसपोर्ट और बिल्डिंग को नुक्सान पहुंच रहा है। हालत ये भी आ गयी है के दुकानो को भी आग के हवाले किया जा रहा है और बड़ी दुकानो को लूटा जा रहा है और ये सब घिनौना काम प्रदेश सरकार की आखो के सामने कई घंटो से हो रहा है मगर प्रदेश सरकार बेबस सी नज़र आ रही है। 

Wednesday 6 January 2016

सपा सरकार की घिनोनी कहानी उनके मेरठ से पूर्व छात्रसंघ नेता की जुबानी


मेरठ में जिला पंचायत  खुलकर आई सपा की संगठन की पोल मेरठ में सपा संगठन की  चलने नही देते है अतुल प्रधान बात  दिखाते है अखिलेश यादव का रॉब। सपा से मेरठ के सबसे पुराने नेता और राज्य मंत्री शाहिद मंजूर की अखिलेश और नेताजी से पिटवाई डाट इस बात को कहकर दिखाते है अपना रोप। सूत्रों की माने  तो इसी वजह से मुस्लिम वोट बैंक बसपा की झोली में जाता दिख रहा है। पैसे देकर जिला पंचायत के चुनाव में वोट खरीदने की बात भी कबूली। अगर सपा सरकार की ये असलियत है तो क्या 2017 में आप सपा को उत्तरप्रदेश के लिए चुनना चाहेंगे। 

Tuesday 5 January 2016

White house top official confirms that ISI has hand in pathankot attack

Pakistan's powerful intelligence agency ISI is behind the attack on Pathankot airbase in Punjab using a terrorist group it created 15 years ago, a former top White House official has said.

Bruce Riedel, who worked in the National Security Council of the White House and was among the few present at the Bill Clinton-Nawaz Sharif meeting in 1999 during Kargil war, said the attack is designed to prevent any detente between India and Pakistan after Prime Minister Narendra Modi's surprise Christmas Day visit to Pakistan.

In an article in the Daily Beast, Riedel said the attacks in Pathankot and on the Indian consulate in Mazar-e Sharif in northern Afghanistan was the handiwork of Pakistani terror group Jaish-e-Muhammad which the Inter-Services Intelligence (ISI) created 15 years ago.

He quoted "well-informed press and other knowledgeable sources" for his assessment.

He said the ISI is under the generals' command and is composed of army officers, so the spies are controlled by the Pakistani army, which justifies its large budget and nuclear weapons program by citing the Indian menace.

"Any diminution in tensions with India might risk the army's lock on its control of Pakistan's national security policy. The army continues to distinguish between 'good' terrorists like JeM and LeT and 'bad' terrorists like the Pakistani Taliban, despite decades of lectures from American leaders," he said.

Before Pathankot attack Jihadi's made dry run in Pakistan airbase sources say

The jehadi terrorists who attacked Pathankot air base had conducted mocks drills at an airbase in Pakistan, in what could confirm the active collaboration of the Pak military and ISI in the fidayeen assault.

Highly-placed intelligence sources said they have come to the chilling determination on the basis of intelligence intercepts and from contacts in jehadi groups. They said the extensive training session at one of the Pakistani airbases included several dry runs of breaching the security perimeter: a lesson the terrorists put to lethal use when they managed to enter the Pathankot base.

The use of weapons, including UBLs, or under barrel guns- improvised versions of AK -47 assault rifles which can be used as mortar launchers- point to the rigorous planning which went into the attack that has set back the prospect of a fresh effort at normalization of ties.

The precise information gleaned from intercepts and contacts within Jaish's local collaborators, according to sources, set the tone for Narendra Modi's conversation with Nawaz Sharif on Tuesday afternoon, with the PM citing the evidence that links the terrorist attack to Pakistan.


Sources said when Modi asked his Pakistani counterpart to swiftly deliver on his promise of co-operation, he meant prompt action against the seven jehadi terrorists belonging to Jaish-e-Mohammad.

According to sources, the PM told Shaif about the evidence NSA Ajit Doval has shared with his Pakistani counterpart Naseer Khan Janjua about the "Gang of 7" which includes JeM founder Maulana Masood Azhar and his younger brother Mufti Abdur Rauf Asghar.

Doval's list also includes Maulana Ashfaq and Haji Shakqur (some channels have introduced him as Hafiz Ahmad Shaqur), leading Jaish operatives from Bahawalpur who played a key role in engineering the attack on the IAF station.

When contacted, Doval declined to confirm that he had passed on to Janjua the names of Pathankot plotters along with precise details like passport numbers, phone numbers and residential addresses.

Others on his list are Jaan Ali Kasif of village Dosirah in Charsada district and Saifullah and Iftikhar, both from Shakargarh.


Intercepts with Indian agencies have identified Kasif, who carries Pakistani passport no SV- 1797281, as the trainer of the group.

The specific details came amid speculation that Indian security forces may have captured alive at least one of the fidayeen raider or penetrated local collaborators of Jaish.

Korea Constructs Road That Wirelessly Charges Moving Electric Buses

People often think of switching to battery operated vehicles, but it becomes a nightmare for the drivers to look at the low battery sign on the dashboard with no means to recharge it again.
Maybe there is a way to release this fear. What if battery-operated electric cars work far better and don’t have to lug around huge and expensive batteries?
The researchers at Korea’s Advanced Institute of Science and Technology have developed a technology to solve both the conundrums. They have created first-of-its-kind on-line electric vehicle (OLEV) system, that can recharge electric cars or buses while they are on the go.
In the city of Gumi, South Korea, a seven-and-a-half-mile stretch of asphalt roadway has been constructed with power sources periodically embedded in the road. As a bus approaches and leaves, these power sources connect to the grid and are turned on and off selectively. According to KAIST, only 5% to 15% of the already existing road needs to be rebuild to make it a wireless charger.
The batteries used in the buses are almost third the size of a normal electric car battery, yet the buses don’t need to stop for charging and are more cost effective. This technology being eco-friendly can curb the increasing carbon level, hence solving many pollutions related health issues.

Monday 4 January 2016

पंजाब के पठानकोट में हुआ आतंकी हमला अभी तक 6 आतंकी मारे गए

शनिवार सुबह 3.30 बजे के वक़्त पंजाब के पठानकोट एयरबेस पे आतंकी हमला हुआ अगर पुलिस की माने तो पहले जानकारी थी के 4 से 5 आतंकवादी एयरबेस में घुसे है । तभी वायुसेना और पोलिस ने जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया जिसमे 4 आतंकवादियों को मार गिराया गया और भारत के 2 वीर सपूतो की शहादत की खबरे मिलि। इस हमले के पीछे पूरी अटकलें थी के ये पाकिस्तानियो के दुआरा इन्ज़ाम दिया  गया है जिसकी पुष्टि दोपहर तक हो  पुलिस ने वो कार बरामद की जो कार आतंकवादियों ने पहले दिन अगवा की थी उसमे जैश संगठन के दस्तावेज ये पुष्टि कर रहे थे के ये हमला पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन के इंजाम दिया है।दोपहर तक NSA कमांडोज़ भी  मौके पे  पहुंचे और छान बीन के बाद ऑपरेशन के अन्त का एलान हुअ। किसी को अभी तक आतंकवादियों की संख्या की पुष्टि नही थी।

अगली सुबह रुक रुक कर पठानकोट एयरबेस पे गोलियों की आवाज़े सुनाई  पड़ने लगी जिसके बाद ये अहसास हुआ के अभी सारे आतंकियों का खात्मा नही हुआ है फिर कुछ देर बाद गोलियों की आवाज़ शांत हुई और सेना सर्च ऑपरेशन में लग गयी तभी एक आतंकवादी की बॉडी मिली जिसकी बॉडी पे बम बंधा था जब सेना के जवानो ने उस बॉडी को उठाने की कोशिश की वो बम फट गया और हमारे 2 भारतीय जवान बुरी तरह घायल हो गए जिनको तुरंत सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। सरकार और NSA की माने तो अभी भी 2 आतंकवादी एयरबेस में मौजूद थे जिनको सेना खोजने में लगी थी अभी तक 7 जवानो के शहीद होने की खबर आ चुकी थी।

तीसरे दिन, सेना के जवान आतंकियों को ढूंढ ने में लगे थे तभी एक दम तेज़ गोलीबारी शुरू हो गयी और हमारे जवानो ने अपनी अपनी कमाने संभाली और उन २ आतंकवादियों को भी मार गिराया अभी तक की खबर के अनुसार सेना ने अभी तक ये पुष्टि नही की है के कितने आतंकवादी एयरबेस में घुसे है इसलिए अभी तक सर्च ऑपरेशन जारी रखा गया है जिससे सभी आतंकवादियों को ढून्ढ के मार गिराया जाये। अभी तक आर्मी कोई स्टेटमेंट नही दे रही है।

सूत्रों की माने तो इस हमले के पीछे यूनाइटेड जिहादी कॉउंसिल "हाईवे स्क्वॉड"  का हाथ है।


Friday 1 January 2016

नरेन्द्रमोदी जी की 2016 में होने वाली एहम विदेश यात्राये

वर्ष 2015, मोदी जी की विदेश यात्राओ की चर्चा से भरा रहा जिसमे मोदी जी ने 26 देशो की यात्रा करके भारत के लिए भोत सारे विकास के रस्ते खोल दिए है। विदेश यात्राओ से भारत की विदेशी निवेश में कई गुना वृद्धि ये दिखता है के प्रधानमंत्री जी ने अपनी विदेश यात्राओ में अपना पूरा वक़्त भारत के लिए नए निवेशों के रास्ते खोजने और दुसरे देश को भारत में आकर व्यापर करने के लिए लगा दिया है। विदेश यात्राओ में न सिर्फ विदेश नीति पे ध्यान रखा बल्कि उस देश में अपनाये जाने वाली तकनीक को भी बखूबी समझ कर देश की तरकी  के लिए उससे अमल में लाने के नए रास्ते खोजे। 2015 मोदीमय रहा और आगे भी इसी तेज़ी  से तरक्की की उम्मीद हर भारतवासी कर है।

वर्ष 2016 की बात की जाये तो मोदी जी की विदेश यात्राओ को तै करलिया गया है मगर 2015 के मुकाबले ये यात्राये  कुछ काम है । मगर इन यात्राओ से भारतवासी पूरी उम्मीद लगाये है। इन विदेश यात्राओ में नरेंद्रमोदी जी ने जिस तरह इन यात्राओ को अपना पन दिया है वो भोत सरहानीय है। 2016 में आने वाली यात्राओ का विश्लेषण कुछ इस प्रकार है:

  • चीन : चाइना 2016 में G-20 समिट का आयोजन कर रहा है जिसके लिए मोदीजी चीन जायेंगे जहा वो दुनिया के कदावर हस्तियों के साथ अपने विचार साझा करेंगे। ये मोदीजी की चीन में दूसरी यात्रा होगी। 2017 में ये समिट भारत आयोजित करेगा जो एक महत्त्वपूर्ण मौका है दुनिया में अपनी छव्वी दिखाने के लिये। 
  • वेनेज़ुएला : ये चर्चा की जा रही है के जुलाई महीने में नरेन्द्रमोदी जी इस लैटिन अमेरिका में NAM समिट में हिस्सा लेंगे ये देश तेल का बहुत बड़ा गड है और यहा मोदीजी की पहली यात्रा होगी। 
  • अमेरिका : मोदी जी की पहली 2016 की विदेश यात्रा अमेरिका में वाशिंटन डीसी में है जहा उन्हें परमाडु सुरक्षा समिट में हिस्सा लेना है। मोदी जी की ये यात्रा 31 मार्च से १ अप्रैल तक तै है। यहाँ भारत नुक्लेअर सिक्योरिटी के विषय में एक प्रपोजल सबमिट करेगा। ये यात्रा भारत के नुक्लेअर साझेदारी में भोत एहम मानी जा रही है। 
  • जापान : यहाँ नरेंद्रमोदीजी इंडो-जापान समिट में समलित होने जायेंगे जहा पर मोदी जी और अबे के बीच कई विशेष मुद्दो पर विचार संभव है। इसमें कई क्षेत्रो में चर्चा होगी जिसमे रक्षा, परमाडु ऊर्जा, समुद्री सुरक्षा और निवेश जैसे क्षेत्र शामिल होंगे। 
  • पाकिस्तान : 2016 की सबसे अहम माने जाने वाली विदेश यात्रा पाकिस्तान की है जहा मोदी जी को सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुचना है। ये यात्रा तक़रीबन सितम्बर-अक्टूबर के अन्तराल में होगा। जानकारों की माने तो दुनिया की सारी मीडिया का फोकस मोदीजी की इस यात्रा पे ज्यादा होग। ये यात्रा भारत-पाकिस्तान के रिश्तो के लिए भी एहम यात्रा मानी जा रही है। 
इन यात्राओ से अलग मोदी जी ईरान,साउथ अफ्रीका भी शिरकत  कर सकते है 2016 भारत की तरकी को आगे लेजाने के लिए एक एहम साल माना जा रहा है और इस साल में मोदीजी का पूरा ध्यान भारत में शुरू की गयी योजनाओ को सफल तरीके से लोगो तक पहुचाने का होगा उम्मीद  करते है जिस तरह 2015 में भारत के अंदर तरकी की हवा चली वो हवा 2016 में भी कायम रहे।