Friday, 1 January 2016

नरेन्द्रमोदी जी की 2016 में होने वाली एहम विदेश यात्राये

वर्ष 2015, मोदी जी की विदेश यात्राओ की चर्चा से भरा रहा जिसमे मोदी जी ने 26 देशो की यात्रा करके भारत के लिए भोत सारे विकास के रस्ते खोल दिए है। विदेश यात्राओ से भारत की विदेशी निवेश में कई गुना वृद्धि ये दिखता है के प्रधानमंत्री जी ने अपनी विदेश यात्राओ में अपना पूरा वक़्त भारत के लिए नए निवेशों के रास्ते खोजने और दुसरे देश को भारत में आकर व्यापर करने के लिए लगा दिया है। विदेश यात्राओ में न सिर्फ विदेश नीति पे ध्यान रखा बल्कि उस देश में अपनाये जाने वाली तकनीक को भी बखूबी समझ कर देश की तरकी  के लिए उससे अमल में लाने के नए रास्ते खोजे। 2015 मोदीमय रहा और आगे भी इसी तेज़ी  से तरक्की की उम्मीद हर भारतवासी कर है।

वर्ष 2016 की बात की जाये तो मोदी जी की विदेश यात्राओ को तै करलिया गया है मगर 2015 के मुकाबले ये यात्राये  कुछ काम है । मगर इन यात्राओ से भारतवासी पूरी उम्मीद लगाये है। इन विदेश यात्राओ में नरेंद्रमोदी जी ने जिस तरह इन यात्राओ को अपना पन दिया है वो भोत सरहानीय है। 2016 में आने वाली यात्राओ का विश्लेषण कुछ इस प्रकार है:

  • चीन : चाइना 2016 में G-20 समिट का आयोजन कर रहा है जिसके लिए मोदीजी चीन जायेंगे जहा वो दुनिया के कदावर हस्तियों के साथ अपने विचार साझा करेंगे। ये मोदीजी की चीन में दूसरी यात्रा होगी। 2017 में ये समिट भारत आयोजित करेगा जो एक महत्त्वपूर्ण मौका है दुनिया में अपनी छव्वी दिखाने के लिये। 
  • वेनेज़ुएला : ये चर्चा की जा रही है के जुलाई महीने में नरेन्द्रमोदी जी इस लैटिन अमेरिका में NAM समिट में हिस्सा लेंगे ये देश तेल का बहुत बड़ा गड है और यहा मोदीजी की पहली यात्रा होगी। 
  • अमेरिका : मोदी जी की पहली 2016 की विदेश यात्रा अमेरिका में वाशिंटन डीसी में है जहा उन्हें परमाडु सुरक्षा समिट में हिस्सा लेना है। मोदी जी की ये यात्रा 31 मार्च से १ अप्रैल तक तै है। यहाँ भारत नुक्लेअर सिक्योरिटी के विषय में एक प्रपोजल सबमिट करेगा। ये यात्रा भारत के नुक्लेअर साझेदारी में भोत एहम मानी जा रही है। 
  • जापान : यहाँ नरेंद्रमोदीजी इंडो-जापान समिट में समलित होने जायेंगे जहा पर मोदी जी और अबे के बीच कई विशेष मुद्दो पर विचार संभव है। इसमें कई क्षेत्रो में चर्चा होगी जिसमे रक्षा, परमाडु ऊर्जा, समुद्री सुरक्षा और निवेश जैसे क्षेत्र शामिल होंगे। 
  • पाकिस्तान : 2016 की सबसे अहम माने जाने वाली विदेश यात्रा पाकिस्तान की है जहा मोदी जी को सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुचना है। ये यात्रा तक़रीबन सितम्बर-अक्टूबर के अन्तराल में होगा। जानकारों की माने तो दुनिया की सारी मीडिया का फोकस मोदीजी की इस यात्रा पे ज्यादा होग। ये यात्रा भारत-पाकिस्तान के रिश्तो के लिए भी एहम यात्रा मानी जा रही है। 
इन यात्राओ से अलग मोदी जी ईरान,साउथ अफ्रीका भी शिरकत  कर सकते है 2016 भारत की तरकी को आगे लेजाने के लिए एक एहम साल माना जा रहा है और इस साल में मोदीजी का पूरा ध्यान भारत में शुरू की गयी योजनाओ को सफल तरीके से लोगो तक पहुचाने का होगा उम्मीद  करते है जिस तरह 2015 में भारत के अंदर तरकी की हवा चली वो हवा 2016 में भी कायम रहे।

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